शिवपुरी। शिवपुरी में पदस्थ रहे डीपीसी और विवादास्पद अधिकारी शिरोमणि दुबे की शिवपुरी में फिर से पदस्थापना की तैयारी है। खबर है कि एक-दो रोज में शिरोमणि दुबे की शिवपुरी में डीपीसी बनाया जा सकता है। कोलारस उपचुनाव के समय कांग्रेस की शिकायत पर डीपीसी श्री दुबे को चुनाव आयोग ने यहां से हटा कर भोपाल पदस्थ किया गया था। कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि वह उपचुनाव में भाजपा के लिए काम कर रहे हैं और आरएसएस से संबंध होने के कारण वह खुलेआम भाजपा के लिए शिक्षकों की बैठकें करवा रहे हैं। इन आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने शिरोमणि दुबे को यहां से हटाया था। इतना ही नहीं आयोग ने भोपाल में सुबह व शाम को काया्र्रलय में हाजिरी देने के भी निर्देश दिए थे। अब बताया जा रहा है कि शिरोमणि दुबे को फिर से शिवपुरी पदस्थ किया जा रहा है। फिलहाल डीपीसी का प्रभार जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत सिंह गिल पर चल रहा है।
कर्नल सैंडर्स की ये कहानी किसी के भी होश उड़ा देने के लिए काफी है| एक ऐसा इंसान जो जीवन भर संघर्ष करता रहा लेकिन अपने अंतिम दिनों में सफलता की एक ऐसी मिसाल पेश की जिसे सुनकर कोई भी दांतों तले उंगलियां दबा लेगा| जब वो 5 साल के थे तब उनके पिता का देहान्त हो गया 16 साल की उम्र में स्कूल छोड़ना पड़ा. 17 साल की उम्र तक उन्हें 4 नौकरियों से निकाला जा चुका था 18 साल की उम्र में ही शादी हो गयी ! 18 से 22 वर्ष की आयु तक कंडकटर की नौकरी की आर्मी में गए वहां से निकाल दिया गया Law स्कूल में दाखिला लेने गए, रिजेक्ट कर दिया लोगों के बीमा का काम शुरू किया – फेल 19 साल की उम्र में पिता बने 20 साल की उम्र में उनकी पत्नी उनको छोड़ के चली गयी और बच्ची को अपने साथ ले गयी एक होटल में बावर्ची का काम किया अपनी खुद की बेटी से मिलने के लिए उसे किडनेप करने की कोशिश की – फेल 65 साल की उम्र में रिटायर हो गए रिटायरमेंट के बाद पहले ही दिन सरकार की ओर से मात्र $105 का चेक मिला कई बार आत्महत्या करने की कोशिश की एक बार एक पेड़ के नीचे बैठ कर अपनी जिंदगी के बारे में लिख रहे थे तभ...
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