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Showing posts from June, 2018

यहां औरतों को बुढ़ापा नहीं आता, खूबसूरती इतनी मानो परियां धरती पर आई हो

यहां औरतों को बुढ़ापा नहीं आता, खूबसूरती इतनी मानो परियां धरती पर आई हो जी हां हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी जगह के बारे में यह जगह जन्नत से भी कम नहीं है और यहां की औरतें कभी बूढ़ी नहीं होती 60 साल में भी बन सकती हैं मां, यहाँ के पानी की तासीर ऐसी है कि यहां औरतें 65 साल की उम्र में भी गर्भ धारण करती हैं और बीमार नहीं होती दुनिया की एक जगह ऐसी है जहां के लोग कभी बूढ़े नहीं देखते यहां की लड़कियां और महिलाएं इतनी खूबसूरत होती है कि उन्हें देखकर लगता है । मानो पारियां धरती पर आई हो हर कोई चाहता है कि बुढ़ापा कभी नहीं आए मगर बढ़ती उम्र का असर तो हर किसी को आता ही है| यहां के पानी की तासीर ऐसी है कि यहां औरतें 65 साल की उम्र में गर्भ धारण करती हैं। इस उम्र में मां बनने से कोई तकलीफ नहीं होती है यह जगह हुंजा घाटी जो पाक अधिकृत कश्मीर में आती ह। गिलगित बाल्टिस्तान के पहाड़ों में स्थित हुंजा घाटी में पाई जाती है । हुंजा भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा के पास पड़ता है इस जगह को युवाओं को युवाओ का नखलिस्तान भी कहा जाता है । हुंजा घाटी के लोग बिना किसी बीमारी के औसतन 110 ...

राखी सावंत को क्यों पीटते थे घरबाले

राखी सावंत को क्यों पीटते थे घरबाले राखी सावंत ने बताया कि उन्हें अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए सर्जरी क्यों करवानी पड़ी. उन्होंने एक इंटरव्यू में अपनी सर्जरी पर खुलकर बात की. राखी ने कहा कि फिल्म प्रोड्यूसर्स ने जब काम देने से इंकार कर दिया, तो उन्हें अपने रंग-रूप में सुधार लाने के लिए सर्जरी करवानी पड़ी थी. राखी का असली नाम नीरू भेदा है. उन्होंने वीकेंड चैट शो 'जज्बात संगीन से नमकीन तक' के एक एपिसोड की शूटिंग की है.  राखी ने एक बयान में कहा कि जब शो के मेजबान राजीव खंडेलवाल ने राखी को नीरू कहकर पुकारा तो वह बहुत भावुक हो गईं. राखी ने कहा, "मेरे परिवार ने मुझे मनोरंजन उद्योग में जाने की इजाजत कभी नहीं दी और अगर वे मुझे नाचते देख लेते तो पीटकर लाल-पीला कर देते. आखिरकार मैं जब मुंबई पहुंची, तो मैंने कई निर्माताओं के सामने नाचना और अपनी प्रतिभा दिखाना शुरू किया, जिन्होंने मुझे बुरी नजर से भी देखा." उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि ऐसे विचार शून्य लोगों के सामने नाचने के बजाय मैं डांस बार में डांस करूंगी. मैंने कई बार ठुकराए जाने का सामना किया और लुक व रंग-रूप स...

गैरहाज़िर कन्धे

गैरहाज़िर  कन्धे विश्वास साहब अपने आपको भाग्यशाली मानते थे। कारण यह था कि उनके दोनो पुत्र आई.आई.टी. करने के बाद लगभग एक करोड़ रुपये का वेतन अमेरिका में प्राप्त कर रहे थे। विश्वास साहब जब सेवा निवृत्त हुए तो उनकी इच्छा हुई कि उनका एक पुत्र भारत लौट आए और उनके साथ ही रहे ; परन्तु अमेरिका जाने के बाद कोई पुत्र भारत आने को तैयार नहीं हुआ, उल्टे उन्होंने विश्वास साहब को अमेरिका आकर बसने की सलाह दी। विश्वास साहब अपनी पत्नी भावना के साथ अमेरिका गये ; परन्तु उनका मन वहाँ पर बिल्कुल नहीं लगा और वे भारत लौट आए। दुर्भाग्य से विश्वास साहब की पत्नी को लकवा हो गया और पत्नी पूर्णत: पति की सेवा पर निर्भर हो गई। प्रात: नित्यकर्म से लेकर खिलाने–पिलाने, दवाई देने आदि का सम्पूर्ण कार्य विश्वास साहब के भरोसे पर था। पत्नी की जुबान भी लकवे के कारण चली गई थी। विश्वास साहब पूर्ण निष्ठा और स्नेह से पति धर्म का निर्वहन कर रहे थे। एक रात्रि विश्वास साहब ने दवाई वगैरह देकर भावना को सुलाया और स्वयं भी पास लगे हुए पलंग पर सोने चले गए। रात्रि के लगभग दो बजे हार्ट अटैक से विश्वास साहब की मौत हो गई। पत्न...

सरकारी बंगले को खाली तो किया पर उसे उजाड़ गए अखिलेश यादव, नलके भी नहीं छोड़े

सरकारी बंगले को खाली तो किया पर उसे उजाड़ गए अखिलेश यादव, नलके भी नहीं छोड़े  सपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ स्तिथि सरकारी बंगले कोई खाली नहीं करना चाहते थे, वो कई तरह के बहाने बना रहे थे, पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का योगी सरकार ने पालन किया और आखिरकार अखिलेश यादव को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा लखनऊ में जो जनता की संपत्ति थी, सरकारी बंगला जिसमे अखिलेश यादव रह रहे थे, उन्होंने इस बंगले को अपने जीवन भर की संपत्ति ही समझा हुआ था, इसी कारण वो इसे खाली नहीं करना चाहते थे, पर बात नहीं बनी, योगी सरकार ने कोर्ट के आदेश का पालन किया तो अखिलेश यादव को न चाहते हुए भी सरकारी बंगला खाली करना पड़ा सरकारी बंगला तो खाली कर दिया पर अखिलेश यादव ने जनता की इस संपत्ति को किसी के रहने लायक नहीं छोड़ा, इसे पूरी तरह उजाड़ दिया, अखिलेश यादव ने जगह जगह के इटालियन मार्बल उखडवा लिए, स्विमिंग पूल के टाइल्स भी उखडवा लिए, इसके साथ साथ गमले और नकले भी नहीं छोड़े कई जगह के लाइट उखाड़कर ले गए, फर्श उखाड़कर ले गए, और बंगले को एक खँडहर जैसा बना दिया, कहने को अखिलेश यादव समाजव...